दिल्ली में आडवाणी की रैली में वैसी भीड़ नहीं जुटी, जिसकी उम्मीद रथ यात्रा की समाप्ति पर आडवाणी जी ने की होगी। वजह चाहें जो भी रही हो। लेकिन आडवाणी जी ने कहा-ऐसी भीड़ उन्होंने अपने अब तक के राजनीतिक कैरियर में नहीं देखी। इसका मतलब क्या निकाला जाय?
क्या आडवाणी जी खुद को तसल्ली दे रहे थे?
क्या आडवाणी जी खुद को तसल्ली दे रहे थे?
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